निगम द्वारा प्रदेश की विभिन्न लघु एवं टाइनी उद्योग इकाईयों के लिए एक विपणन सहायता योजना संचालित की जाती है। इस योजना के अन्तर्गत निगम द्वारा छोटी-छोटी इकाईयों द्वारा उत्पादित माल को शासकीय, अर्द्धशासकीय विभागों में अपने माध्यम से विक्रय कराया जाता है। निगम द्वारा छोटी-छोटी इकाईयों के लिए प्रदेश में निकलने वाली विभिन्न निविदाओं में भाग लिया जाता है क्योंकि छोटी-छोटी इकाईयों निविदाओं में मॉगी जाने वाली धरोहर धनराशि तथा सुरक्षा धनराशि जमा करने में सक्षम नहीं होती है परन्तु निगम को धरोहर तथा सुरक्षा धनराशि में छूट शासन द्वारा प्राप्त है इस कारण इसका सीधा लाभ इकाईयों को प्राप्त होता है।
पंजीकरण हेतु पात्रता
पंजीकरण विधि
इकाई को निगम द्वारा निर्धारित रू० 100/- के आवेदन-पत्र पर मांगी गई सूचनाओं के साथ निगम के मुख्यालय एवम् निकटतम क्षेत्रीय कार्यालय कानपुर, मुरादाबाद, गाजियाबाद, इलाहाबाद, आगरा, लखनऊ में निम्न संलग्नकों के साथ आवेदन पत्र जमा कर सकती है। इच्छुक इकाईयों का निगम में पंजीयन पूरे वर्ष खुला रहेगा। इच्छुक इकाईयां जब चाहें पंजीकरण करा सकती हैं।
पंजीकृत इकाईयों को लाभ
विपणन सहायता योजना के अन्तर्गत निगम के विपणन अनुभाग द्वारा वर्ष 2010-11 के लक्ष्य रू० 194.00 करोड़ के विरूद्ध विभिन्न आइटमों की रू० 185.04 करोड़ की आपूर्ति की गई है तथा वर्ष 2011-12 के लक्ष्य रू० 203.00 करोड़ के विरूद्ध माह अगस्त 11 तक रू० 54.30 करोड़ की आपूर्ति की जा चुकी है।